• Home
  • About
श्वेताम्बरा
  • 🏠︎
  • About Us
  • देसी-स्वाद
  • तीज-त्यौहार
  • रीति-रिवाज
  • शेष-विशेष
  • ताना-बाना
  • ऑडियो-वीडियो
No Result
View All Result
  • 🏠︎
  • About Us
  • देसी-स्वाद
  • तीज-त्यौहार
  • रीति-रिवाज
  • शेष-विशेष
  • ताना-बाना
  • ऑडियो-वीडियो
No Result
View All Result
श्वेताम्बरा
No Result
View All Result
Home Uncategorized

सकट गणेश चौथ व्रत

सकट चौथ का व्रत महिलाएं अपने संतान की लम्बी उम्र और खुशहाल जीवन की कामना के लिए रखती हैं।

admin by admin
September 15, 2023
in Uncategorized
0
sakat chauth
3.4k
SHARES
4.6k
VIEWS
Share on FacebookShare on Twitter

Related articles

मटर का निमोना

खिचड़ी पर्व

सकट चौथ का व्रत महिलाएं अपने संतान की लम्बी उम्र और खुशहाल जीवन की कामना के लिए रखती हैं। इस व्रत को गणेश चौथ या तिलकुटा चौथ व्रत के नाम से भी जाना जाता है। माघ महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को यह व्रत किया जाता है। इस दिन भगवान श्री गणेश जी की पूजा की जाती है।

पूजन-व्रत की विधि…
सकट चौथ के दिन महिलाएं स्नान-ध्यान के बाद पूरे दिन निर्जला व्रत रखती हैं। इसके पश्चात शाम को गणेश जी की चौकी सजाकर चार बत्तियों का दीपक जलाकर विधि-विधान से पूजन किया जाता है। चौथ व्रत में चार फल, लड्डू, सिंघाड़े का हलुआ, तिल-गुड़ का पहाड़, पान व फूल-माला आदि अर्पित किया जाता है।कहीं-कहीं पर तिल-गुड़ के पहाड़ के स्थान पर तिल का भेड़ बनाकर उसे कुश से काटा जाता है।तिल-गुड़ से बनी इन कृतियों का वजन सवाई लगाकर रखा जाता है। इस व्रत-पूजा में दूब चढ़ाना आवश्यक माना गया है। यह व्रत चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद ही पूरा होता है, इसलिए चंद्रोदय के बाद अपनी एक लट को पकड़ कर नीचे की ओर देखते हुए तिल, फूल व गंगाजल युक्त जल से चार बार परिक्रमा करते हुए अर्घ्य दिया जाता है।अर्ध्य के पश्चात पारन करते हुए व्रत को पूर्ण किया जाता है।दूसरे दिन प्रातःकाल पुत्र द्वारा तिल-गुड़ के पहाड़ को काटा जाता है और प्रसाद के रूप में सभी को वितरित किया जाता है।
सकट चौथ व्रत कथा… 
भगवान श्री गणेश जी की पूजा करते समय पौराणिक सकट चौथ व्रत कथा को पढ़ा या सुना जाता है। कहते हैं कि सतयुग काल में राजा हरिश्चंद्र के राज्य में एक कुम्हार रहता था। कुम्हार के जीवन में एक समय ऐसा आया कि बर्तनों को पकानें की तमाम कोशिशों के बाद भी उसके बर्तन कच्चे रह जा रहे थे। उसने अपनी यह बात एक तांत्रिक को बताई। कुम्हार की इस समस्या के निदान हेतु तांत्रिक ने बताया कि किसी यदि आंवा में बर्तनों को पकाते समय किसी छोटे बच्चे की बलि दे दी जाय तो उसकी यह समस्या दूर हो सकती है। यह सुनकर कुम्हार आंवा लगाते समय एक बच्चे को पकड़कर आंवा में डाल दिया। वह दिन सकट चौथ का था। उधर दूसरी ओर काफी खोजने के बाद भी जब बच्चे की मां को उसका बेटा नहीं मिला तो उस माँ नें गणेश जी के सामने सच्चे मन से प्रार्थना की । इधर कुम्हार ने जब सुबह उठकर आंवा देखा तो वह यह देखकर दंग रह गया कि उसके सभी बर्तन तो पक गए लेकिन आंवा के अंदर बलि दिया गया बच्चा भी सुरक्षित था। इस घटना के बाद कुम्हार डर सा गया और किसी बड़ी अनहोनी को सोच वह राजा के दरबार पहुंच अपनी पूरी कहानी सुनाई। कुम्हार की बातों को सुनकर राजा ने बच्चे की मां को बुलवाया और उससे सारी बात पूंछी तो मां ने संकटों को दूर करने वाले भगवान श्री गणेश जी की पूजा और उसकी महिमा का वर्णन किया। मान्यता है कि तभी से महिलाएं अपनी संतान के खुशहाल भविष्य और उनकी लंबी आयु के लिए सकट चौथ का व्रत व पूजन को करने लगीं।
Tags: Blogspujaspecialspritual
Previous Post

कल्पवास ( Festival )

Next Post

गेहूं के आटे का फरा

admin

admin

Related Posts

NIMONA

मटर का निमोना

by admin
September 15, 2023
0

सामग्री-   हरी मटर– 500 ग्राम आलू– दो प्याज– एक लहसुन–10 से 11 कलियां अदरक– एक इंच हरी मिर्च– 2 से 3 हरी धनिया की पत्ती–...

KHICHADI

खिचड़ी पर्व

by admin
September 15, 2023
0

सूर्य धनु राशि से जब मकर राशि में प्रवेश करता है तो मकर संक्रांति का यह दिन धार्मिक एवं सामाजिक महत्व के पर्व 'खिचड़ी' के रूप में मनाया...

TIL KE LADDU.

तिल के लड्डू

by admin
September 15, 2023
0

सामग्री- तिल- 500 ग्राम गुड़- 500 ग्राम देसी घी- 2 टी स्पून बनाने की विधि...                        ...

DHUDHI

चावल की ढूढ़ी

by admin
September 15, 2023
0

चावल की ढूढ़ी मकर संक्रांति के पर्व पर बनाया व खाया जाने वाला एक पारंपरिक लड्डू है। खिचड़ी पर बहन एवं बेटिओं के घर अनाज व अन्य...

ATTA KA FARA (1)

गेहूं के आटे का फरा

by admin
September 15, 2023
0

फरा एक पारंपरिक व्यंजन है। इसे चटपटा व स्वादिष्ट नाश्ते के रूप में बनाया जाता है। इसे गोइठा, पनगोझा, दांत-निकोसा, भकोसा के नाम से भी जाना जाता है। परंपरा के रूप में...

Next Post
ATTA KA FARA (1)

गेहूं के आटे का फरा

DHUDHI

चावल की ढूढ़ी

TIL KE LADDU.

तिल के लड्डू

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

CATEGORIES

  • Uncategorized

RECOMMENDED

Festival
Uncategorized

कल्पवास ( Festival )

August 10, 2024
ATTA KA FARA (1)
Uncategorized

गेहूं के आटे का फरा

September 15, 2023

TAGS

Blogs food puja special spritual
श्वेताम्बरा

दादी-नानी के जमाने से चली आ रही हमारी देशज संस्कृति की खान-पान परम्परायें, मान्यतायें, रीति-रिवाज, तीज-त्योहार आदि जिनके संग हम पले-बढ़े, को जानने, समझने और साझा करने का एक प्रयास।

© shwetambra.com

  • About
  • Advertise
  • Privacy & Policy
  • Contact
No Result
View All Result
  • 🏠︎
  • About Us
  • देसी-स्वाद
  • तीज-त्यौहार
  • रीति-रिवाज
  • शेष-विशेष
  • ताना-बाना
  • ऑडियो-वीडियो

© shwetambra.com