सूर्य धनु राशि से जब मकर राशि में प्रवेश करता है तो मकर संक्रांति का यह दिन धार्मिक एवं सामाजिक महत्व के पर्व ‘खिचड़ी’ के रूप में मनाया जाता है। खिचड़ी खाने व दान देने की परंपरा से जुड़ा यह दिन सर्दी की ठिठुरन से बसंत ऋतु की गर्मी की ओर यात्रा का भी प्रतीक माना जाता है। यही नहीं बल्कि इस दिन से बड़ी होती रातों के विपरीत बड़े दिनों का क्रम प्रारम्भ होता है।
बेसन की कढ़ी: एक नाश्ते से भरपूर स्वाद
बेसन की कढ़ी: एक नाश्ते से भरपूर स्वाद प्राचीन भारतीय रसोई में खासतर व्यक्तिगत रुचि के अनुसार विभिन्न प्रकार की व्यंजनाएँ बनाई जाती थीं। व्यक्तिगत परिप्रेक्ष्य...